राजस्थान की सांस्कृतिक परम्पराएँ

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गुरुवार, 5 मार्च 2020

होली स्पेशल धमाल फागण गीत (Marwadi Kalbeliya joganiyon ke fagun song)

होली स्पेशल धमाल फागण गीत 
गोर में धमीड़ा बोले गाडो किणरो आयो रे
मन में जाणू देवरियो लेवा ने आवे रे, लाखे जावूं नी
हारे लाखे जावूं नी, मोरियो भला ही गावो रे
                  लाखे जावूं नी
 
बालम म्हारो परदेषां नीन्द किणने आवे रे
रात रा सूतां ने म्हाने ओलू आवे रे, महिनो फागण रो
हारे मीिहनों फागण रो, फागण रे महिने आया रहिजो रे
                  महिनों फागण रो
 
नीम्बडी निरोगी थारे हेठे अठियो ठालूं रे
  आया गिया बामणों ने आटो घालूं रे, वासो टीपणो
 बोलो रे वासो टीपणों, आगलो जमोनो केैडो रे
                   वासो टीपणोें
 
उगमणी धरती में भायों कैडो नखतर उगो रे
भाग भला देख ने केसरियो उगो रे, सैस किरणो रो
 जीवो रे सैस किरणों रो, दुनिया रे दरसण ने उगो रे
                   सैस किरणो रो
 
पांच तो पाण्डूडा माता कुन्ताजी रे हेता रे, 
शाम री सेवा में पाचों हाजर रेता रे दापर मायनै
                   बोलो रे दापर मायने, 
पाण्डविया हिमाले गलिया रे, पाचों पाण्डविया
 
पातलकी पाणी ने चाली, उची राखे एडियों, 
राते थारे हेतालु रे पड़ गी गेडियों, राता मौरों में
                    हारे राता मौरों में, 
माथा री गेडी राम टाली रे राता मोैरों में
 
चेक रो खमेस छोरा, लटपट लीरी लटके रे, 
बारह वर री छोकरी आ घर घर भटके रे करले राजीपो
                    हारे करले राजीपो, 
जोवनियो ओ जातो रैला रे करले राजीपो
 
पौर ने परार छोरी छूटे लटिये फिरती रे, 
म्हारी ठोकर लागी ने जवान होगी रे, माथो गूंथायो
                    हारे माथो गूंथायो, 
मीण्डलियों में मोती पोया रे माथो गूंथायो
 
मोलिया मोटी री राण्ड कडियों में वळ घाले रे, 
घाघरिया री सीण में अन्तरियो राखे रे, मौटी मोलियो
                     हारे मौटी मोलियो, 

    मोळियो मरे के जीवे रे, मौटी मोलियो
 
पीवरिया मे रैती मै तो टीकी पळका देती रे, 
सासरिये आये ने मैं दुखड़ा में पड़गी रे, टीकी पोतर गी
                    हारे टीकी पोतर गी, 
   मोलिया मौटी रे खातर रे, टीकी पोतर गी, 

रविवार, 1 मार्च 2020

मारवाड़ी होली के गीत (Rajasthani Full Masti Holi song)


राजस्थानी और मारवाड़ी होली फागण गीत 

होली रे परभात म्हारो भंवर विलको पड़गो रे
जीवता जीवो रे होली आई रेवे रे, मत कर पछतावो
                जीवो रे मत कर पछतावो, हाथों सू बलाय बैठो रे
                 मति कर पिछतावो

ढाल ने तलवार म्हारी रेकलिया मेें रै गी रे
भरियोडी बन्दूक म्हारी खूंटी रैगी रे, झगड़ो हालरियो
                 हारे झगड़ो हालरियो, झगड़े री वैरण लारे रेगी रे
                  झगड़ो हालरियो

मीठो बोले मोरियो, रिजके री क्यारी खाई रे
मैलों में बैठोड़ो भंवर गोली वायी रे, मोर मारियो
                  हारे मोर मारियो, ढेलड़ियों रोंड़ापो लीनो रे
                  मोर मारोणो

ढलके हाले ढेलड़ी, उनालू लाटा लाटे रे
गांव रो पटवारी म्हाने खारो लागे रे उणने काड दो
                  हारे उणने काड़ दो, पोकण रो बोमणियो लावो रे
                  उणने काड दो

राम नाम भजिया ज्याने, मोती महल मिलिया रे
भाखरों में तपिया रे, गादी जोधोणे
                  बेलो रे गादी जोधोणे, परमेषर व्हाने लिख ने दीनी रे
                  गादी जोधोणे

नैनी नैनी मैन्दी म्हारी नैनी नणदल दीनी रे
मोटोड़ा पछेटा म्हारी सौंक दीना रे,, बलते कालजिये
                   हारे बलते कालजिये, हाथा री मेहन्दी काळी पड़गी रे







रविवार, 16 फ़रवरी 2020

राजस्थानी चंग फागण लिरिक्स (देसी राजस्थानी फागण गीतों का संग्रह)

     मिक्स फागण

केसर घोड़ी कालमी, पाबूजी थाने सोवे है
लीलो घोड़ो नवलखियो रणूजे सोवे है, रामा पीवर रे
                बोलो रे रामा पीवर रे
                थलवट मेें थारो घोड़लो घूमे है, रामा पीवर रो


मकरोणा रो धोलो भाटो, रेल में भरीजे है,
रेल में भरीज ने रणूजे जावे है, रामा पीवर रे
                बोलो रे रामा पीवर रे
                थलवट मेें थारो घोड़लो घूमे है, रामा पीवर रो


नागोणा री देवी माता, नाहर ने सिणगारे रे
नाहर ने सिणगार देवी, हाकल मारे है, सुणजो सिरदारों
                बोलो रे सुणजो सिरदारों,
                झगड़े में थारी जीत वैला रे, सुणजो सिरदारों



गुरुवार, 23 जनवरी 2020

Rajasthani Sorath Bhajan Lyrics

            सोरठ भजन



सरव सुख तुम भजिये गोपालए

भजियां जावो नन्दलालए सरव सुखए तुम भजिये गोपाल



बाल पणा में कृष्ण सुदामाए पढता एक पोशाल ।

कंचन महल चुणाय दिया रेए हीरा जड़िया दीन दयाल ।।

                       सरव सुख तुम भजिये.....................



इन्द्र कोप कियो ब्रज उपरए बरस्यो मूसलाधार ।

गोपी ग्वालियों ने तार लियो रेए नख पर गिरवर धार ।।

                        सरव सुख तुम भजिये.....................



पत राखी पैलाद रीए ध्रुवजी रो अविचल राज ।

जल डूबतो गजराज उबारियोए सरवर बांधी पाल ।।

                         सरव सुख तुम भजिये.....................



वृन्दावन री कुंज गली मेंए रास रसायो नन्दलाल ।

सब सखियो रे बीच मेंए नाच रह्यो नन्दलाल ।।

        सरव सुख तुम भजिये.....................



आज बृज में आणन्द घणेरोए घर . घर मंगलाचार ।

मीरां दासी चरण श्याम रीए हरि जी लियो अवतार ।।

    सरव सुख तुम भजिये.....................





इस भजन को सुनने के लिए नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करें ...

https://www.youtube.com/watch?v=ujeMUBy7FGQ

राम भजो विश्वास राखजो

 राम भजो विश्वास राखजो, सायब भीडू थांको राम भजो डर काहे को ।।टेर।। श्रीयादे मात सेवा में बैठा,ध्यान धरे धणीयो को चार बर्तन प्रभु कोरा राखिया...