सतगुरु चरणे जाय हरि गुण गाणा
सतगुरु शरणे जाय हरि गुण गाणा
अवसर वितों जाय देर नी करणा ॥ टेर ।।
नर नारायण री देह मुश्किल मिलणा।
सत को लेवो विचार असत को हरणा ॥ 1 ।।
सतगुरु शरणे जाय हरि गुण............ टेर
तेरा धन जोबन परिवार अटे नी रेणा।
जातो नी लागे वार साच सुण लेना। 2 ।।
सतगुरु शरणे जाय हरि गुण............ टेर
माया रो अभिमान कभी नी करणा।
जो करेला अभिमान चौरासी में पड़ना ॥ 3 ।।
सतगुरु शरणे जाय हरि गुण............ टेर
उतरोला भव सू पार लेवो गुरु चरणा।
सच केवे इशर राम यू भव सू तरणा ।। 4 ।।
सतगुरु शरणे जाय हरि गुण............ टेर
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